नशामुक्त समाज की दिशा में सख़्त कदम, जनपद में तेज हुआ जागरुकता एवं प्रवर्तन अभियान

नशामुक्त समाज की दिशा में सख़्त कदम, जनपद में तेज हुआ जागरुकता एवं प्रवर्तन अभियान

जिला स्तरीय एनकॉर्ड समिति की बैठक, विभागों को ठोस कार्यवाही के निर्देश

पौड़ी। जनपद को नशामुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय एनकॉर्ड समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में नशा उन्मूलन को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य और समाज कल्याण विभाग संयुक्त रूप से नशा मुक्ति केंद्रों का नियमित निरीक्षण करें। सभी मेडिकल स्टोर्स पर सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य किए जाएं और नशे में उपयोग होने वाली दवाओं की बिक्री पर सख़्त निगरानी रखी जाए।

उन्होंने कहा कि विद्यालयों में छात्रों को नशा मुक्ति की शपथ दिलायी जाए और नशे के दुष्प्रभावों को पाठ्यक्रम में शामिल कर बच्चों को जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि इन सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य जिले को नशे के दुष्प्रभावों से बचाना और नशामुक्त समाज की ओर प्रेरित करना है। जिलाधिकारी ने कोटपा के तहत चालानी कार्रवाई, मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक और ड्रग्स हॉटस्पॉट क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने पर भी जोर दिया।

जिलाधिकारी ने सभी उप-जिलाधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर सब-डिवीजन स्तर पर बैठक कर ठोस कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने हर माह तहसील स्तर पर भी इसकी बैठक आयोजित करने को कहा। जिलाधिकारी ने गैर पारंपरिक नशीले द्रव्यों को चिन्हित कर उन पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जनजागरुकता को बढ़ावा देने के लिए पोस्टर, बैनर, फोल्डर और अन्य माध्यमों से प्रचार-प्रसार करने तथा नशीले पदार्थों के बैकवर्ड लिंकेज पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

बैठक में बताया गया कि नशा मुक्ति अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 11 जून को जिला कारागार पौड़ी में 27 बंदियों की जांच और काउंसलिंग की, जिनमें 22 नशे की लत और 5 मानसिक रोग से प्रभावित पाए गए। जुलाई माह में नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण और विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध लेखन, वाद-विवाद और भाषण प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बताया कि 11 मई से 25 अगस्त तक सड़क सुरक्षा अभियान के तहत 1,758 चालान कर ₹1,87,600 का जुर्माना वसूला गया। शराब पीकर वाहन चलाने, बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट और ओवरस्पीडिंग पर विशेष कार्रवाई हुई। राष्ट्रीय राजमार्गों, पर्यटक स्थलों और होटल/ढाबों पर औचक चेकिंग अभियान चलाकर वाहन चालकों और आम जनता को जागरूक किया गया।
इसके अलावा एनडीपीएस एक्ट के तहत 12 मई से 21 अगस्त तक जनपद में 33 अभियोग पंजीकृत कर 46 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान 6.315 किग्रा स्मैक, 192.798 ग्राम हेरोइन, 162.497 किग्रा गांजा और अन्य नशीले पदार्थ बरामद किए गए।

बैठक में अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, मुख्य चिकित्साधिकारी शिव मोहन शुक्ला, मुख्य शिक्षाधिकारी नागेंद्र बर्तवाल, क्षेत्राधिकारी तुषार बोरा, अपर जिला समाज कल्याण अधिकारी अनिल सेमवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

 

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