हाई ब्लड प्रेशर को करना चाहते हैं कंट्रोल, तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगा फायदा

हाई ब्लड प्रेशर को करना चाहते हैं कंट्रोल, तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगा फायदा

आज की भाग-दौड़ और तनावपूर्ण जिंदगी में उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) एक आम लेकिन गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बन चुका है। यह न केवल हृदय रोगों का कारण बनता है, बल्कि स्ट्रोक, किडनी की समस्याओं और दृष्टि पर भी असर डाल सकता है। ऐसे में सिर्फ दवाओं पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं होता। स्थायी और प्राकृतिक उपाय अपनाना जरूरी हो जाता है।

योग एक प्राचीन और वैज्ञानिक तरीका है, जो न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मानसिक शांति और ऊर्जा भी प्रदान करता है। नियमित योगासन और प्राणायाम के अभ्यास से रक्तचाप नियंत्रित रहता है, तनाव कम होता है और जीवनशैली में सुधार आता है।

नीचे कुछ प्रभावशाली योगासन बताए गए हैं, जिनके नियमित अभ्यास से उच्च रक्तचाप को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित किया जा सकता है:

उच्च रक्तचाप कम करने वाले 5 प्रभावशाली योगासन

1. शवासन (Shavasana)
शवासन सरल लेकिन बेहद प्रभावशाली योगासन है। यह पूरे शरीर को आराम देता है, तनाव और उच्च रक्तचाप को कम करता है। नियमित अभ्यास से मानसिक शांति मिलती है और हल्का अवसाद, सिरदर्द, थकान तथा अनिद्रा जैसी परेशानियां भी दूर होती हैं।

2. वज्रासन (Vajrasana)
वज्रासन पाचन तंत्र के लिए बेहद लाभकारी है। भोजन के बाद 5-10 मिनट इस आसन में बैठने से एसिडिटी, कब्ज और गैस जैसी समस्याओं में राहत मिलती है, जिससे रक्तचाप भी नियंत्रित रहता है। यह डायबिटीज में भी सहायक होता है।

3. सेतुबंधासन (Setu Bandhasana)
सेतुबंधासन दिल और फेफड़ों को मजबूत करता है, नसों को शांत करता है और रक्त प्रवाह को नियमित रखता है। यह कमर को मजबूत बनाता है और मानसिक तनाव कम करता है। अभ्यास के लिए पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़ें और कूल्हों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं। 20-30 सेकंड तक इस स्थिति में रहें।

4. बालासन (Balasana)
बालासन मानसिक शांति और तनाव कम करने के लिए आदर्श है। वज्रासन में बैठकर शरीर को आगे झुकाएं और माथा ज़मीन पर टिकाएं। हाथों को आगे फैलाएं या शरीर के पास रखें। कम से कम 1-2 मिनट इसी स्थिति में रहें। यह आसन पीठ और कमर की थकान को भी दूर करता है।

5. प्राणायाम (Pranayama)
नियमित प्राणायाम, जैसे अनुलोम-विलोम और भ्रामरी, रक्तचाप को नियंत्रित करने में अत्यंत प्रभावी हैं। ये न केवल हृदय और फेफड़ों को मजबूत करते हैं बल्कि मानसिक तनाव और चिंता को भी कम करते हैं।

(साभार)

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